
नई दिल्ली ,एनएसआई मीडिया। भारत सरकार ने हाल ही में स्कूलों में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) सिखाने के लिए SOAR (Skilling for AI Readiness) कार्यक्रम शुरू किया है। इस पहल का उद्देश्य कक्षा 6 से 12 तक के छात्रों को AI साक्षर बनाना है, ताकि वे वास्तविक जीवन में AI को समझ सकें और उसका उपयोग कर सकें।
इस पहल की घोषणा करते हुए, कौशल विकास एवं उद्यमिता राज्य मंत्री जयंत चौधरी ने कहा कि SOAR को कक्षा 6 से 12 तक के छात्रों को AI-साक्षर बनाने के लिए डिज़ाइन किया गया है, जिससे वे वास्तविक जीवन में AI को समझ सकें और उसका उपयोग कर सकें। यह पहल भारत के व्यापक कौशल विकास रोडमैप में एक महत्वपूर्ण कदम है और राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 के उद्देश्यों के साथ निकटता से जुड़ी हुई है।

SOAR कार्यक्रम की मुख्य विशेषताएं:
- तीन प्रगतिशील मॉड्यूल:
- AI टू बी अवेयर: छात्रों को AI की मूल अवधारणाओं, प्रकारों और अनुप्रयोगों से परिचित कराता है।
- AI टू एक्वायर: बुनियादी प्रोग्रामिंग और व्यापक रूप से उपयोग किए जाने वाले AI उपकरणों का व्यावहारिक अनुभव प्रदान करता है।
- AI टू एस्पायर: AI नैतिकता, इसके सामाजिक प्रभाव और AI में करियर पथ पर केंद्रित है।
- शिक्षकों के लिए प्रशिक्षण: “शिक्षकों के लिए AI” नामक एक समर्पित 45 घंटे का शिक्षक प्रशिक्षण मॉड्यूल है, जिसका उद्देश्य शिक्षकों को AI अवधारणाओं को आत्मविश्वास और सटीकता से पढ़ाने के लिए आवश्यक कौशल और ज्ञान से लैस करना है।
- समावेशिता और डिजिटल विभाजन: SOAR ग्रामीण और कम संसाधन वाले क्षेत्रों के छात्रों के लिए AI शिक्षा को सुलभ बनाने पर केंद्रित है, जिससे समावेशिता को बढ़ावा मिले और डिजिटल विभाजन कम हो।
- अंतर्राष्ट्रीय सहयोग: भारत सरकार ने फ्रांसीसी गणराज्य की सरकार के साथ एक रणनीतिक साझेदारी की है, जिसका उद्देश्य AI पाठ्यक्रम विकास, प्रतिभा विनिमय और नवाचार-संचालित प्रशिक्षण पर सहयोग करना है।
इस पहल का उद्देश्य भारत के युवाओं को भविष्य के लिए तैयार करना है और उन्हें AI की दुनिया में आगे बढ़ने के लिए आवश्यक कौशल प्रदान करना है।