दिल्ली में केंद्रीय वन मंत्री से मिला कांग्रेस का शिष्टमंडल

खारा औद्योगिक क्षेत्र में वायु प्रदूषण एवं केमिकल की समय से करवाया अवगत


बीकानेर, 16.12.2025। जिला कांग्रेस कमेटी देहात अध्यक्ष बिशनाराम सियाग ने दिल्ली में गंगानगर सांसद कुलदीप इन्दौरा, चुरू सांसद राहुल कस्वां, सीकर सांसद अमराराम, झुन्झूनूं सांसद बृजेन्द्र ओला, बाड़मेर सांसद उमेदाराम, भरतपुर सांसद संजना जाटव, प्रदेश प्रवक्ता आ.र.सी. चौधरी के साथ केन्द्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन कैबिनेट मंत्री भूपेन्द्र यादव से मुलाकात कर बीकानेर के खारा औद्योगिक क्षेत्र में जहरीलेे धुएं से वायु प्रदूषण एवं केमिकल युक्त गन्दे पानी से जल प्रदूषण की समस्या से मुक्त करवाने एवं सुजानदेसर स्थित चांदमल जी का बाग, मोडजी भट्टा क्षेत्र व सोमारनाथ कुटिया क्षेत्र में फैले जहरीले पानी व गंदे पानी की समस्या के निराकरण के लिए ज्ञापन सौंपकर खारा की पीओपी फैक्ट्रियों को अन्यत्र शिफ्ट करने तथा सुजानदेसर क्षेत्र में फैले जहरीले पानी व गंदे पानी की समस्या के निराकरण के लिए मांग की।

केन्द्रीय मंत्री को अवगत कराते हुए बिशनाराम सियाग ने कहा कि लम्बे समय से बीकानेर के खारा गांव में पीओपी की फैक्ट्रियों के कारण वायु प्रदूषण खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है। शहर से करीब 20 किलोमीटर दूर खारा गांव की आबो हवा वायु प्रदूषण के कारण खराब हो गई है। रीको औद्योगिक क्षेत्र के मिनरल जोन से सटे इस गांव में पीओपी की फैक्ट्रियों के धुएं के कारण स्थानीय ग्रामीण लोग श्वास की बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं। जोन में करीब 40 पीओपी की फैक्ट्रियां लगी हुई हैं। हवा का रुख गांव की तरफ होने के कारण फैक्ट्रियों से निकलने वाला धुआं गांव पर छा जाता जाता है। इसकी वजह से लोगों का सांस लेना दूभर हो रहा है।

प्रदूषण के कारण ग्रामीणों में अस्थमा, ब्रोंकाइटिस, और अन्य सांस की बीमारियां बढ़ गई हैं, दृश्यता में कमी घने धुएं और कोहरे से दृश्यता काफी कम हो गई है, प्रदूषित पानी पीने से पशु मर रहे हैं, बच्चों को प्रदूषण के कारण मास्क लगाकर स्कूल जाना पड़ता हैं तथा काफी बच्चों को श्वास की तकलीफ हो गई हैं, श्वास की तकलीफ के चलते कई लोगों की मृत्यु हो चुकी हैं।


इसी प्रकार उन्होने बीकानेर के सुजानदेसर स्थित चांदमल जी के बाग जो कि 150 बीघा में फैला हुआ हैं। सुजानदेसर क्षेत्र की जनता लंबे समय से जहरीले व गंदे पानी की समस्या से जूझ रहा हैं, लेकिन इसका अभी तक कोई समाधान नहीं निकल पाया है।

आवासीय क्षेत्रों में गंदा पानी लगातार जमा हो रहा है और लोग परेशान होकर नर्क भोग रहे हैं। निकासी की व्यवस्था नहीं होने से जमा गंदा पानी मकानों को नुकसान पहुंचा रहा है। कई मकान और दीवारें ध्वस्त हो चुकी हैं। सड़कें टूट गई है। गंदा पानी कई लोगों की जान भी ले चुका है। बारिश के समय लोगों के सामने ओर अधिक मुश्किल हो जाती हैं।
सुजानदेसर जो कि 30 हजार से अधिक आबादी वाला क्षेत्र हैं, जहां कुछ भू माफियाओं ने यूआईटी के नाम पर विवादित सार्वजनिक भूमि पर अतिक्रमण भी कर लिया है। अनेको बार स्थानीय क्षेत्र वासियों द्वारा कई बार धरना, प्रदर्शन और सत्याग्रह तक किया, उसके बाद भी प्रशासन व संबंधित विभागों ने सुध नहीं ली। प्रशासन ने इस समस्या के निस्तारण के लिए कोई ठोस कार्रवाई नहीं की हैं।

इसी क्षेत्र में दो जगह गंदे पानी की समस्या बनी हुई हैं जिसमें पहली ओर मोडजी भट्टा क्षेत्र में गंदा पानी लक्ष्मीनाथ मंदिर, टंकी रोड, गोपश्वर बस्ती, खेतेश्वर बस्ती, मोहता सराय और बद्री भैंरू मंदिर क्षेत्र से पहुंचता है। वहीं दूसरी ओर सोमारनाथ कुटिया क्षेत्र में गंदा पानी नत्थूसर गेट, जनता प्याऊ, पुराना शहर, छोटा राणीसर बास होते हुए श्रीरामसर तक नाले के माध्यम से पहुंचता है।
इस बड़ी समस्या का समाधान करने हेतु आरयूआईडीपी, यूआईटी और नगर निगम के अधिकारियों ने चांदमल बाग को रेत से भरने का एक बार फैसला लिया था, जिस पर हाई कोर्ट ने जवाब भी मांगा। क्योकि गंदे पानी की निकासी तो रेत भरने के बाद भी नहीं हो सकती बल्कि पानी घरों में घुसने का खतरा हो जाता हैं। क्षेत्रवासियों की मांग पर इस समस्या के समाधान हेतु जिला प्रशासन एवं सम्बन्धित विभागो के अनेक अधिकारीयों ने कई बार निरीक्षण कर क्षेत्र में गंदे पानी की समस्या के समाधान का आश्वासन दिया परन्तु आज दिन तक कोई स्थाई समाधान नहीं हुआ।

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