
मुंबई,एनएसआई मीडिया। ओला इलेक्ट्रिक मोबिलिटी लिमिटेड के कर्मचारियों के लिए बड़ी खबर है। ओला इलेक्ट्रिक ने कंपनी के कर्मचारियों से जुड़ा बड़ा फैसला किया है। कंपनी अपने बढ़ते घाटे को कम करने के लिए कर्मचारियों को नौकरी से निकालने का फैसला किया है।
मीडिया रिपोर्ट की मानें तो भारत की शीर्ष स्कूटर निर्माता कंपनी ओला इलेक्ट्रिक मोबिलिटी लिमिटेड ऐसे कर्मचारियों को नौकरी से निकालने जा रही है जो अनुबंध श्रमिक है। सॉफ्टबैंक ग्रुप कॉर्पोरेशन समर्थित कंपनी में की गई कटौती कई विभागों में फैली हुई है, जिसमें खरीद, पूर्ति, ग्राहक संबंध और चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर शामिल हैं, ऐसा जानकारी रखने वाले लोगों ने बताया। उन्होंने पहचान उजागर न करने का अनुरोध किया, क्योंकि यह जानकारी निजी है।
पिछले पांच महीनों में छंटनी का यह दूसरा दौर है, क्योंकि भाविश अग्रवाल की अगुआई वाली यह कंपनी, जो पिछले अगस्त में ही सूचीबद्ध हुई है, कई मोर्चों पर संकट से जूझ रही है। दिसंबर तिमाही में कंपनी के घाटे में 50% की वृद्धि दर्ज की गई और हाल के महीनों में भारत के बाजार नियामक और उपभोक्ता संरक्षण प्राधिकरण ने इसकी निंदा की है।
स्थानीय रिपोर्टों के अनुसार, पिछले नवंबर में लगभग 500 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया गया था। छंटनी का मौजूदा दौर मार्च 2024 के अंत तक ओला के 4,000 कर्मचारियों के आकार का एक चौथाई से अधिक है, लेकिन इसमें अनुबंध कर्मचारी भी शामिल हैं जिन्हें कंपनी के सार्वजनिक खुलासे में नहीं गिना जाता है।