
पीएम मोदी ने तूतीकोरिन में 4800 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया
चेन्नई ,एनएसआई मीडिया। पीएम नरेंद्र मोदी ने 26-27 जुलाई 2025 को तमिलनाडु की दो दिवसीय यात्रा की, जिसमें उन्होंने 4800 करोड़ रुपये से अधिक की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया, साथ ही ऐतिहासिक चोल सम्राट राजेंद्र चोल प्रथम की 1000वीं जयंती समारोह में भाग लिया। यह यात्रा ब्रिटेन और मालदीव की उनकी चार दिवसीय विदेश यात्रा के तुरंत बाद हुई।
तमिलनाडु में उनकी उपस्थिति ने सांस्कृतिक और विकासात्मक दोनों पहलुओं को उजागर किया, साथ ही 2026 के विधानसभा चुनावों के लिए भाजपा की तैयारियों को भी बल दिया।
दो दिन की यात्रा के पहले दिन प्रधानमंत्री मोदी 26 जुलाई की रात लगभग 8 बजे तूतीकोरिन पहुंचे, जहां उनका भव्य स्वागत हुआ। तिरुचिरापल्ली और तूतीकोरिन में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के झंडों, होर्डिंग्स और पोस्टरों से शहर सजा हुआ था।
विकास परियोजनाएँ: पीएम मोदी ने तूतीकोरिन में 4800 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली विभिन्न परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया।
तूतीकोरिन हवाई अड्डा टर्मिनल : 450 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित नए टर्मिनल भवन का उद्घाटन किया गया। यह टर्मिनल 17,340 वर्ग मीटर में फैला है और प्रति वर्ष 20 लाख यात्रियों को संभाल सकता है, जिसे भविष्य में 25 लाख तक बढ़ाया जा सकता है। इसमें 100% एलईडी लाइटिंग, ऊर्जा-कुशल सिस्टम और जीआरआईएचए-4 सतत रेटिंग शामिल है, जो क्षेत्रीय हवाई संपर्क, पर्यटन और व्यापार को बढ़ावा देगा।
रेलवे परियोजनाएँ: तीन प्रमुख रेलवे परियोजनाओं का लोकार्पण किया गया:मदुरै-बोदिनायक्कनूर लाइन: 90 किमी लंबी इस लाइन का विद्युतीकरण, जो पर्यावरण-अनुकूल परिवहन को बढ़ावा देगा और मदुरै-थेनी में पर्यटन को प्रोत्साहन देगा।
नागरकोइल टाउन-कन्याकुमारी खंड: 21 किमी का दोहरीकरण, 650 करोड़ रुपये की लागत से, जो तमिलनाडु और केरल के बीच संपर्क को मजबूत करेगा।
अरलवयमोझी-नागरकोइल और तिरुनेलवेली-मेलाप्पलायम: इन खंडों के दोहरीकरण से चेन्नई-कन्याकुमारी मार्ग पर यात्रा समय कम होगा।
राजमार्ग परियोजनाएँ: दो रणनीतिक राजमार्ग परियोजनाएँ राष्ट्र को समर्पित की गईं:एनएच-36 (सेठियाथोप-चोलापुरम): 50 किमी लंबा चार-लेन खंड, 2350 करोड़ रुपये की लागत से, जिसमें कोल्लीडम नदी पर 1 किमी लंबा चार-लेन पुल, चार बड़े पुल, सात फ्लाईओवर और कई अंडरपास शामिल हैं। यह डेल्टा क्षेत्र के सांस्कृतिक और कृषि केंद्रों से संपर्क को बेहतर बनाएगा।
एनएच-138 (तूतीकोरिन बंदरगाह मार्ग): 6-लेन सड़क, 200 करोड़ रुपये की लागत से, जो माल ढुलाई को आसान बनाएगी और वीओ चिदंबरनार बंदरगाह के आसपास औद्योगिक विकास को बढ़ावा देगी।
विद्युत पारेषण परियोजना: 550 करोड़ रुपये की लागत से कुडनकुलम से तूतीकोरिन-2 जीआईएस सबस्टेशन तक 400 केवी डबल-सर्किट ट्रांसमिशन लाइन की आधारशिला रखी गई।
सार्वजनिक संबोधन: पीएम मोदी ने तूतीकोरिन में कहा कि उनकी सरकार का मेक इन इंडिया और मिशन मैन्युफेक्चरिंग पर जोर है। उन्होंने हाल ही में ब्रिटेन के साथ हुए फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (एफटीए) का उल्लेख किया, जो भारत की अर्थव्यवस्था को तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने की दिशा में एक कदम है। उन्होंने तमिलनाडु को विकास की प्राथमिकता बताया और बुनियादी ढांचे को राज्य की प्रगति की रीढ़ करार दिया।