
बीकानेर, 11 मार्च। खाजूवाला विधायक डॉ विश्वनाथ मेघवाल ने मंगलवार को विधान सभा के प्रक्रिया एवं कार्य संचालन नियमों के नियम-295 के तहत बोलते हुए खाजूवाला क्षेत्र से जुड़ी विद्युत समस्याओं के बारे बताया और इनके निराकरण की आवश्यकता जताई।
विधायक ने कहा कि खाजूवाला विधानसभा के अधिकांश क्षेत्र में टयूबवेल से सिंचाई होती है। इस कारण किसानों की निर्भरता विद्युत सप्लाई पर रहती है। गर्मी के मौसम में विद्युत भार बढ़ जाने के कारण बार-बार विद्युत सप्लाई में कटौती होती है और निरंतर सप्लाई नहीं मिल पाती है। उन्होंने बताया कि सरकार के गत कार्यकाल में दामोलाई आरडी 465 और पूगल में में 132 केवी जीएसएस स्वीकृत किए गए थे, लेकिन आज तक कार्य पूर्ण नहीं हुआ।
उन्होंने बताया कि छत्तरगढ में स्थापित 132 केवी जीएसएस पर दो पावर ट्रांस्फार्मर लगे हैं। वोल्टेज सुधार के लिए 31.5 एमवीए और 40/50 एमवीए के पावर ट्रांसफार्मर स्थापित करने की आवश्यकता है। इसी प्रकार तहसील छत्तरगढ में स्थापित 220 केवीजीएसएस में एक पावर ट्रांस्फार्मर लगा है। इसकी क्षमता 160 एमवीए है। कृषि उपभोक्ताओं के वोल्टेज सुधार के लिए 160 एमवीए का एक अन्य पावर ट्रांसफार्मर स्थापित करने की आवश्यकता है।
उन्होंने बताया कि 132 केवी जीएसएस खाजूवाला में एक पावर ट्रांसफार्मर लगा है। जिसकी क्षमता x20/25 एमवीए है। वोल्टेज सुधार के लिए एक अलग से 20/25 मवीए के पावर ट्रांस्फार्मर स्थापित करने की आवश्कता है। उन्होंने इन समस्याओं के समाधान की बात कही।